सावन के पहले सोमवार को श्री केदारनाथ धाम में उत्तराखण्ड की खुशहाली के लिए की गयी पूजा-अर्चना

सावन के पहले सोमवार को श्री केदारनाथ धाम में उत्तराखण्ड की खुशहाली के लिए की गयी पूजा-अर्चना

सावन के पहले सोमवार को श्री केदारनाथ धाम में उत्तराखण्ड की खुशहाली के लिए की गयी पूजा-अर्चना

रुद्रप्रयाग। श्रावण मास के प्रथम सोमवार को श्री केदारनाथ धाम में प्रदेश की सुख, शांति, समृद्धि एवं ऐश्वर्य के लिए विशेष पूजा-अर्चना की गई।
श्री केदारनाथ धाम के मुख्य पुजारी शिव शंकर लिंग ने समस्त देशवासियों को श्रावण मास की अनंत शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि पवित्र श्रावण मास भगवान शिव की आराधना का महापर्व है। द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से केदारेश्वर ज्योतिर्लिंग इस दिव्य हिमालय के उतुंग शिखर पर विराजमान है जहां सतयुग से ही अब तक निरंतर भगवान शंकर की पूजा-अर्चना की जाती है। उन्होंने बताया कि श्रावण मास में केदारनाथ में भगवान शिव का नित्य महाभिषेक तथा अर्चन किया जाता है, जिसे दिव्य श्रावण मास के पवित्र पर्व के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी, बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष  अजेंद्र अजय, मुख्य कार्यकारी अधिकारी योगेंद्र सिंह तथा तीर्थ पुरोहित समाज के सहयोग से इस दिव्य धाम में नित्य पूजाकृअर्चना की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष श्रावण माह के महापर्व में प्रतिदिन भगवान शिव को नित्य फलों का अर्चन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि श्रावण मास में एक माह तक नित्य भगवान शिव की विशेष रूप से पूजा की जाएगी। यह पूजा पूरे विश्व की शांति एवं कल्याण के लिए की जा रही है। उन्होंने भगवान केदारनाथ से समस्त देशवासियों तथा शिव भत्तफों के कल्याण की कामना की है।
महाराष्ट्र के नासिक से केदारनाथ धाम पहुंचे सविदानंद मंडलेश्वर ने बताया कि केदारनाथ धाम में पूर्ण श्रावन मास का अनुष्ठान किया जा रहा है जो बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति, तीर्थ पुरोहित समाज तथा जिला प्रशासन के सहयोग से संपन्न किया जाएगा। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा एक माह तक अनुष्ठान किया जाएगा जिसमें प्रतिदिन 30 हजार वस्तुओं को ईश्वर को समर्पित किया जाएगा। इनमें हर रोज 3100 फलों का अर्पण किया जाएगा जिन्हें चढ़ावे के बाद दर्शन करने पहुंच रहे श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में वितरित किया जाएगा। उन्होंने इस अनुष्ठान को विशेष बताते हुए कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य पूरे विश्व की शांति, सद्भाव एवं कल्याण करना है। इसके साथ ही उन्होंने भारत को विश्व गुरू बनाने की कामना की है तथा स्थानीय तीर्थ पुरोहितों, मंदिर समिति एवं प्रशासन का आभार व्यत्तफ किया है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा भारत को विश्व गुरू बनाने का अथक प्रयास किया जा रहा है। वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री भी राज्य के सर्वागीण विकास के लिए निरंतर प्रयासरत है।
इस अवसर पर केदारसभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने बताया कि श्रावण मास के पहले सोमवार को ब्रह्मकमल से भगवान शिव की आराधना की गई। उन्होंने श्रावण मास की शुभकामनाएं देते हुए सभी के कल्याण की मंगलकाना की है।

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