नैनीताल की एक धरोहर बनी इतिहास,भूस्खलन की भेंट चढ़ा टिफिन टाॅप
नैनीताल की एक धरोहर बनी इतिहास,भूस्खलन की भेंट चढ़ा टिफिन टाॅप
नैनीताल। मंगलवार देर रात तेज बारिश और भूस्खलन के कारण नैनीताल स्थित प्रमुख पर्यटक स्थल टिफिन टॉप पर बनी ऐतिहासिक डोरोथी सीट ढह गई। भूस्खलन के बाद ये स्थल इतिहास बन गया है। देर रात्रि बारिश होने के कारण अचानक टिफिन टॉप से भरी भरकम बोल्डर नीचे आने लगे। इसके साथ ही पूरा शहर तेज आवाज से गूंज उठा। जिसके बाद आस पास के इलाके के लोग डर गए।
टिफिन टॉप शहर का प्रमुख पर्यटक स्थल होने के साथ ही यहां स्थित डोरोथी सीट नैनीताल के इतिहास से भी जुड़ी हुई है। पिछले कुछ समय से डोरोथी सीट में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ रही थी। जिसके बाद भूस्खलन की आशंका जताई जा रही थी। लेकिन मंगलवार को डोरोथी सीट रखरखाव के अभाव में पूरी तरीके से ढह गई। इसके साथ ही नैनीताल की एक ऐतिहासिक धरोहर का अंत हो गया।
नैनीताल नगर की दक्षिणी पहाड़ी 2290 मीटर की ऊंचाई पर स्थित टिफिन टॉप पर हर वर्ष लाखों की तादाद में पर्यटकों सहित स्थानीय नागरिक बेहतरीन प्राकृतिक नजारों और टिफिन टॉप ट्रैक का आनंद लेने जाते हैं। बीते कई वर्षों से यहां गहरी दरारें पड़ गई थीं और यह दरकने लगा था। स्थानीय नागरिकों ने कई बार ज्ञापन देकर प्रशासन को समस्या से अवगत कराया था लेकिन इस पर प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई और आखिरकार वह अनहोनी हो गई जिसकी लंबे समय से आशंका जताई जा रही थी।