छात्रों ने नाटक के जरिये बताई उत्तराखंड आंदोलन की गाथा
जो चीज विद्यार्थी पढ़कर नहीं समझ सकते वो विजुअल के जरिए बेहद आसानी से समझ सकते हैं। इसी थीम पर आईटीएम चकराता रोड में पढ़ाई को लेकर नई पहली की गई है। इसमें नाटक के जरिए छात्रों को अलग-अलग मुद़दों की जानकारी दी जा रही है। शनिवार को मास कॉम के विद्यार्थियों ने नाटक के जरिए उत्तराखंड आंदोलन और राज्य की समस्याओं से रूबरू कराया।
जनकवि डा. अतुल शर्मा ने निर्देशन में आईटीएम में थिएटर इन एजुकेशन कार्यशाला आयोजित हुई। शनिवार को अंतिम दिन नाटक का मंचन किया गया। इंस्टीट्यूट के चेयरमैन निशांत थपलियाल ने बताया कि इसमें रंगमंचीय व्यायामों के जरिए एकाग्रता, देह भाषा, वाचिक और आंगिक अभिनय आत्मविश्वास का प्रशिक्षण दिया गया। नाटक अब क्या करें का सफल मंचन किया गया। डा. अतुल शर्मा का लोकप्रिय जनगीत लड़ के लेंगे भिड़ के लेंगे उत्तराखंड सहित गिरिश तिवारी गिर्दा और नरेंद्र सिंह नेगी के जनगीत भी शामिल किए गए।
मास कम्यूनिकेशन के असिसटेंट प्रोफेसर डॉ. अनुराग जखमोला के अनुसार, कार्यशाला ने मास कम्यूनिकेशन के फिचर लेखन को डा. शर्मा ने थियेटर के माध्यम से आसान तरीके से चित्रित किया। नाटक के मंचन में उपासना वैष्णव, दिव्यानी मिश्रा, यशदीप आर्या, मिताली बौंढियाल, वैष्णवी भट्ट, नैन्सी रावत, पूजा खत्री, वर्धन शुक्ला, दिव्या पैन्यूली, दिप्ती थपलियाल, कपिल तिवारी, आकाश टम्टा ने भाग लिया। इस दौरान प्रिंसिपल डा. अंजू गैरोला थपलियाल, रजिस्ट्रार रुचि थपलियाल, निर्देशक राकेश मोहन भट्ट, एनिमेशन विभाग की अध्यापिका चिंकी क्वांकिन, स्पोर्ट्स इंचार्ज ममता नेगी आदि उपस्थित थे।