दून में कॉमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम 2296, बिक्री भी घटी
हरादून में 254 रुपये की बढ़ोतरी के बाद कॉमर्शियल गैस सिलेंडर 2296 रुपये का हो गया है। इससे कॉमर्शियल गैस सिलेंडर की खपत घटने लगी है। वहीं घरेलू गैस सिलेंडर की खपत बढ़ी है। अंदेशा है कि महंगाई के बाद कॉमर्शियल के बजाय घरेलू गैस सिलेंडरों का इस्तेमाल बढ़ गया है।
इस साल मार्च की शुरुआत में कॉमर्शियल सिलेंडर के दामों में 105 रुपये की बढ़ोतरी हुई थी। इसके बाद 22 मार्च को आठ रुपये की कमी जरूर आई, लेकिन कीमत दो हजार के पार चल रही थी। दून में 2042 का बिक रहा कॉमर्शियल सिलेंडर 2296 रुपये का हो गया है। एलपीजी डिस्ट्रिब्यूटर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष चमनलाल ने बताया कि कॉमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमतें बढ़ने से घरेलू सिलेंडर की खपत बढ़ेगी। मार्च में इसमें दस फीसदी की कमी आई है। अप्रैल में कॉमर्शियल सिलेंडर की बिक्री में 20 फीसदी तक की कमी आने के आसार हैं। इसके उलट घरेलू गैस सिलेंडरों की बिक्री बढ़ जाएगी। उन्होंने माना कि ठेली, होटल, खोसे चलाने वाले छोटे दुकानदार महंगे सिलेंडर नहीं खरीद पाएंगे। ऐसे में घरेलू सिलेंडर की खपत बढ़ने की आशंका है।
घरेलू सिलेंडर की बिक्री बढ़ी, कॉमर्शियल की घट रही
देहरादून जिले में कॉमर्शियल सिलेंडर के मुकाबले घरेलू सिलेंडर की खपत बढ़ रही है। आंकड़ों पर गौर करें तो नवंबर में जहां 4 चार 60 हजार कॉमर्शियल सिलेंडर रिफिल हुए, वहीं कॉमर्शियल सिलेंडर 27526 रिफिल हुए। दिसंबर में कॉमर्शियल सिलेंडर की खपत घटकर 26656 पहुंची। वहीं घरेलू गैस सिलेंडर की खपत बढ़कर पांच लाख 17 हजार पहुंच गई। इसी तरह जनवरी में कॉमर्शियल सिलेंडर की बिक्री में और कमी आई और 21856 सिलेंडर ही रिफिल हुए। हालांकि इसके पीछे जनवरी में कोविड की पाबंदी वजह मानी जा रही है। फरवरी में जहां लाचार छह हजार घरेलू सिलेंडरों की खपत हुई वहीं कॉमर्शियल सिलेंडरों की संख्या 23971 रही। अभी मार्च के आंकड़े एकत्र नहीं हुए हैं। अनुमान है मार्च में कॉमर्शियल सिलेंडर की घटी होगी। वहीं बीते साल अक्तूबर की बात करें तो देहरादून में 30 हजार तक कॉमर्शियल सिलेंडर रिफिल हुए थे।