कांग्रेस में हार पर रार! नेता प्रतिपक्ष-प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा? जारी है इंतजार
उत्तराखंड में कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति की घड़ी करीब आ गई। कांग्रेस हाईकमान ने गोआ और मणिपुर में अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष समेत सभी महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्तियां कर दी हैं। अब उत्तराखंड और पंजाब की बारी है। प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव भी जल्द से जल्द नियुक्ति होने के संकेत दे चुके हैं। उत्तराखंड में कांग्रेस के दोनों महत्वपूर्ण इस वक्त रिक्त चल रहे हैं।
पांचवी विधानसभा के लिए चुनकर आए विधायकों के शपथ ग्रहण के साथ ही 21 मार्च से नेता प्रतिपक्ष का पद स्वत: रिक्त हो गया था। जबकि विधानसभा में चुनाव में हार की वजह से हाईकमान 15 मार्च को प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल से इस्तीफा ले चुका है। सूत्रों के अनुसार नेता प्रतिपक्ष पद के लिए इस वक्त निवर्तमान नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, यशपाल आर्य, राजेंद्र भंडारी, मनोज तिवारी, ममता राकेश के नाम चर्चा में हैं।
सूत्रों का कहना है कि नेता प्रतिपक्ष पद के लिए खुलकर दावेदारी करने वाले धारचूला विधायक हरीश धामी को विधायक दल का उपनेता बनाया जा सकता है। जबकि प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए भुवन कापड़ृी, मनोज तिवारी के नाम चर्चा में है। हालांकि कांग्रेस का एक बड़ा वर्ग पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल को ही रिपीट किए जाने के पक्ष में है।
फैसले में देरी से कार्यकर्ता भी होने लगे नाराज
प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष पर हो रही देरी से कांग्रेस कार्यकर्ताओं का सब्र भी छलकने लगा। 15 दिन से ज्यादा वक्त से कांग्रेस जिस प्रकार नेतृत्वविहीन स्थिति में है, उससे कार्यकर्ताओं को मनोबल भी टूट रहा है। सदस्यता अभियान प्रभारी राजेंद्र सिंह भंडारी ने आज सोशल मीडिया पर अपना दर्द बयां किया। कहा कि हाईकमान से जल्द अध्यक्ष का फैसला करें और अफवाहों पर विराम लगाए।
भंडारी ने पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल की पैरवी भी की। कहा कि विधानसभा चुनाव के नतीजों के लिए गोदियाल अकेले जिम्मेदार नहीं हैं। यदि सामूहिक चुनाव लड़ा गया तो बाकी नेताओं पर भी कार्यवाही होनी चाहिए। भंडारी ने आगे कहा कि, लोग मज़ाक उड़ा रहे है कि कांग्रेस की विडंबना देखिए, बजट सत्र निबट गया और कांग्रेस अपना नेता प्रतिपक्ष तक नहीं बना पाई।