कांग्रेस पर हार रार! गुटबाजी पर फिर बोले पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, कहीं ये बातें
खुद पर कांग्रेस में गुटबाजी करने के आरेापों से खिन्न पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने शनिवार को फिर से पार्टी हाईकमान से जांच की मांग की। डीजीपी कार्यालय में मीडिया से बातचीत के दौरान प्रीतम ने कहा कि, राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने हार की वजह गुटबाजी बताई है।अब इसकी जांच हो जानी चाहिए कि गुटबाज आखिर है कौन? यदि मैं जरा भी गुटबाजी का दोषी पाया जाता हूं तो तत्काल विधायकी से इस्तीफा दे दूंगा। हरिद्वार में हनुमान जयंती पर हुए विवाद के मामले में प्रीतम विधायकों के साथ डीजीपी से मिलने आए थे। मीडिया ने उनके कांग्रेस छोड़ने की चर्चाओं पर सवाल पूछा तो प्रीतम बिफर गए।
उन्होंने कहा कि आखिर यह खबर कौन चलवा रहा है? मेरे पिता आठ बार चकराता मसूरी क्षेत्र से विधायक रहे हैं। छह बार से मैं भी विधायक हूं। इतने वर्षों से हमारा परिवार कांग्रेस के सिपाही की तरह काम कर रहा है। भला पार्टी छोड़ने की कैसे सोच सकता हूं? यह एक सुनियोजित साजिश के तहत प्रचारित किया जा रहा है।प्रीतम ने कहा कि इशारों इशारों में पार्टी के कुछ नेताओं पर भी निशाना साधा। कहा कि हाईकमान को गुटबाजी की जांच करते हुए देखना चाहिए कि कौन व्यक्ति सोशल मीडिया के जरिए पार्टी को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है?
भ्रष्टाचार की जांच पर सरकार को प्रीतम की चुनौती
प्रीतम ने भ्रष्टाचार के मामलों में जांच पर सरकार को खुली चुनौती दी। उन्होंने कहा कि यदि सरकार को लगता है कि भ्रष्टाचार कांग्रेस के कार्यकाल में हुआ है तो जांच कराए। किसने रोका है? भाजपा के एक पूर्व सीएम कहते हैं कि एनएच घोटाले में सफेदपोशों का हाथ है। जब इतना पता है तो नाम बताइये और कार्रवाई भी तो करिए।सहकारी बैंक घपले को कांग्रेस के कार्यकाल का बताने की कोशिश की जा रही है। यदि ऐसा है तो किसी ने भी कार्रवाई से रोका नहीं है। यदि सरकार वास्तव में ईमानदार है तो निष्पक्ष तरीके से जांच कराए। प्रीतम ने कहा कि आने वाले बजट सत्र के दौरान सरकार से हर सवाल पूछा जाएगा।