चारधाम:यात्रा के लिए कम पड़ गई बसें, ऋषिकेश में फंसे तीर्थयात्री
चारधाम यात्रा के लिए विभिन्न प्रदेशों से आए तीर्थयात्रियों की रिकार्ड भीड़ के आगे यात्रा के प्रवेशद्वार ऋषिकेश में बसें कम पड़ गईं। बसें न मिलने के कारण बहुत से श्रद्धालु यहां से आगे चारधाम यात्रा पर रवाना नहीं हो सके। ट्रेवल एजेंटों ने बसों का इंतजाम होने तक यात्रियों को आश्रम और धर्मशालाओं में ठहराया है। सोमवार सुबह मध्यप्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, तेलंगाना आदि राज्यों से भारी संख्या में तीर्थयात्री ऋषिकेश पहुंचे।
चारधाम यात्रा बस टर्मिनल कंपाउंड में फोटो पंजीकरण कराने के बाद बसों में सवार होकर आस्था पथ पर बढ़ते गए। सुबह करीब 11 बजे चारधाम यात्रा के लिए बसें मिलनी बंद हो गईं। फोटो पंजीकरण के बाद तीर्थयात्री बसों का इंतजार करने लगे। काफी समय बीत जाने के बाद भी बसें नहीं मिली। ट्रेवल
एजेंटों ने तीर्थयात्रियों को बसों की कमी बताकर एक दिन ऋषिकेश के धार्मिक स्थलों के दर्शन करने और धर्मशाला में ठहरने की सलाह दी। बसों की कमी के चलते सुलेखी माई धर्मशाला में मध्यप्रदेश के करीब 90 तीर्थयात्री, पंजाब सिंध क्षेत्र धर्मशाला में उत्तर प्रदेश के 80 और भगवान भवन आश्रम में 35 यात्री रुके हैं। ट्रेवल एजेंट पंकज शर्मा ने बताया कि परिवहन विभाग ने मंगलवार तक बसों की व्यवस्था होने का दावा किया है।
परिवहन व्यवसायियों के साथ आपातकालीन बैठक
पर्वतीय क्षेत्र के लोकल रूटों पर परिवहन व्यवस्था लड़खड़ाने के बाद सोमवार को चारधाम यात्रा के लिए भी बसें कम पड़ने पर एआरटीओ अरविंद पांडेय ने परिवहन व्यवसायियों की आपातकालीन बैठक बुलाई। बैठक में संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति की ओर से चारधाम यात्रा के लिए आरक्षित बसों की जानकारी ली। समिति अध्यक्ष संजय शास्त्री ने बताया कि यात्रा के लिए 1000 बसों की लॉटरी डाली गई थी, जो शत-प्रतिशत यात्रा पर रवाना हो चुकी हैं।
एआरटीओ ने परिवहन कंपनियों से लोकल रूट और यात्रा के लिए आरक्षित बसों की सूची उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही परिवहन विभाग की ओर से बसें उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। मौके पर एआरटीओ प्रवर्तन मोहित कोठारी, यातायात सहकारी संघ अध्यक्ष मनोज ध्यानी, टीजीएमओसी अध्यक्ष जितेंद्र नेगी, उपाध्यक्ष यशपाल राणा, रुपकुंड अध्यक्ष भूपाल सिंह नेगी, संचालक गजपाल रावत, प्रेमपाल बिष्ट आदि मौजूद रहे।
यात्रा के लिए अतिरिक्त 75 बसों की डिमांड
चारधाम यात्रा में बसों की उपलब्धता बनी रहे इसके लिए परिवहन विभाग ने उत्तराखंड राज्य परिवहन निगम से 50 बसें और कुमाऊं मंडल से 25 बसों की डिमांड की है। एआरटीओ अरविंद पांडेय ने बताया कि इस बाबत पत्राचार हो चुका है। जल्द ऋषिकेश में बसें पहुंचने की उम्मीद है। बताया कि लोकल रूट के लिए यातायात सहकारी संघ 65 और रोटेशन समिति ने 108 बसें आरक्षित रखने की बात कही है।
बस अड्डे में ली नेपाली यात्रियों ने शरण
सोमवार को बसों की कमी के चलते बदरीनाथ धाम जाने वाले नेपाली यात्री संयुक्त यात्रा रोडवेज बस अड्डा परिसर में रुके हैं। नेपाली यात्रियों ने बताया कि सोमवार सुबह ऋषिकेश पहुंचे। फोटो पंजीकरण कराने के बाद बस नहीं मिली। सुबह से बस का इंतजार कर रहे हैं।