गोदाम में डंप कर दिए आईसीयू और वेंटिलेटर: कोविड अस्पताल बंद होने के बाद सरकारी अस्पतालों को बांटने थे
राजकीय मेडिकल कॉलेज परिसर में कोरोना से निपटने के लिए बनाया गया जनरल बीसी जोशी कोविड अस्पताल करीब डेढ़ माह पहले बंद कर दिया गया था। इसमें लगाए गए करोड़ों रुपये के हाईटेक मेडिकल उपकरणों को अब मेडिकल कॉलेज के लेक्चर थिएटर में डंप कर दिया गया है। डेढ़ माह बाद भी इन्हें किसी अस्पताल के सुपुर्द नहीं किया गया है।
कोविड की दूसरी लहर के दौरान करीब 40 करोड़ की लागत से राजकीय मेडिकल कॉलेज में 500 बेड का अस्पताल बनाया गया था। जून 2021 में तत्कालीन मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने इसका उद्घघाटन किया। तीसरी लहर के बाद कोरोना के केस नहीं के बराबर मिलने पर इस अस्पताल को हटाने के आदेश शासन ने अप्रैल के दूसरे हफ्ते में जारी किए थे। साथ ही अस्पताल के भीतर रखे करोड़ों रुपये के उपकरणों को सरकारी अस्पतालों में उनकी जरूरत के मुताबिक देने को कहा था। स्वास्थ्य विभाग ने इस उपकरणों को सरकारी अस्पताल को देने की जगह मेडिकल कॉलेज के पुराने लेक्चर थिएटर में बंद कर उसमें ताला लगा दिया है।
360 डिग्री में घूमने वाले हैं बेड
डंप किए उपकरणों में रिमोर्ट से संचालित होने वाले 125 बेड भी हैं। यह बेड 360 डिग्री में घूम सकते हैं। जो सामान्य बेड हैं वह भी महंगे हैं। सूत्रों का कहना है कि जब बेड को कोविड अस्पताल से लेक्चर थिएटर में डंप किया गया तो उबड़-खाबड़ सड़क में चला कर ले जाया गया।
उपकरणों के खराब होने का खतरा
कोविड अस्पताल में बहुत कम मरीजों के भर्ती होने से उपकरणों का इस्तेमाल नहीं हुआ। अब इनको फिर से डंप कर दिया गया है। ऐसे में करोड़ों रुपये के उपकरणों के खराब होने का खतरा है। जानकारों का कहना है कि उपकरणों की सप्लाई करने वाली कंपनी को इनकी जांच के लिए पत्र लिखा गया है।
स्टेडियम में रखे अस्पतालों के बेड हटाने के निर्देश
स्पोर्ट्स स्टेडियम हल्द्वानी के बैडमिंटन व स्क्वैश हाल और गौलापार स्थित अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में स्वास्थ्य विभाग ने सैकड़ों बेड रखे हुए हैं। यह बेड कोरोना से पीड़ित मरीजों को भर्ती करने के लिए खरीदे गए थे। स्टेडियम में इन बेड को रखे जाने से खेल प्रतियोगिताएं नहीं हो पा रही हैं। जिलाधिकारी ने बुधवार को इन्हें हटाने के आदेश जारी किए हैं।
बुधवार को कैंप कार्यालय में हुई बैठक में डीएम धीराज गर्ब्याल ने एसीएमओ डॉ. रश्मि पंत को मामले में निर्देश दिए। एसीएमओ ने बताया कि स्टेडियम में डंप 50 बेड आयुर्वेदिक अस्पताल में भेजे जाएंगे। बेस अस्पताल, महिला अस्पताल, बीडी पांडे व गरमपानी स्थित सरकारी अस्पताल में भी बेड शिफ्ट करने की तैयारी है। गौरतलब है कि स्टेडियम में बेड के चलते खेल प्रतियोगिताएं नहीं हो पा रही थीं। मामले को ‘हिन्दुस्तान’ ने खेल मंत्री रेखा आर्या के सामने भी उठाया थी। जिस पर उन्होंने जल्द कार्रवाई का भरोसा दिलाया था।
ये समान किया डंप
● 100 – वेंटिलर
● 125 – मॉनिटर
● 07 – डीवीटी पंप
● 375 -सामान्य बेड
● 36 -इन्फ्यूजन पंप
● 40 – बैक साइट स्कीन
● 49 – नेबुलाइजर मशीन
● 01 -मोबाइल एक्सरे मशीन
● 125 – रिमोट संचालित बेड