उत्तराखंड के हल्द्वानी-काठगोदाम के बीच 10 किमी से भी कम दूरी

उत्तराखंड के हल्द्वानी-काठगोदाम के बीच 10 किमी से भी कम दूरी

नैनीताल जिले का हल्द्वानी शहर अपराध का गढ़ बनता जा रहा है। काठगोदाम से हल्द्वानी पहुंचने में ही करीब चार गुना अपराध बढ़ जा रहा है। यह मैं नहीं, पुलिस का क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रेकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम (सीसीटीएनएस) बता रहा है। वर्ष 2022 के 6 माह की स्थिति देखी जाए तो हल्द्वानी कोतवाली में जनवरी से अभी तक 341, वनभूलपुरा में 205, मुखानी में 153 और काठगोदाम में 82 मुकदमे दर्ज हुए हैं।

वर्ष 2020 की बात करें तो इस तरह के अपराध का ग्राफ 24 जुलाई तक पहुंचा था। इसी तरह अन्य थानों की स्थिति भी देखने को मिली थी। सबसे कम अपराध काठगोदाम थाना क्षेत्र में देखने को मिला है। डीजीपी उत्तराखंड अशोक कुमार के ऑनलाइन एफआईआर की सुविधा के बाद से हर कोई एक क्लिक में अपराध का ग्राफ जांच पा रहा है।

इस तरह हैं अपराध का ग्राफ : हल्द्वानी कोतवाली में अपराध का ग्राफ देखा जाए तो यहां पर जनवरी से लेकर 1 जुलाई तक 341 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। यह आंकड़ा बीते वर्षों में 24 जुलाई 2020 और 25 जून 2021 को पहुंचा था। इसी तरह वनभूलपुरा में जनवरी से 1 जुलाई तक 205 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं।

बीते वर्षों मं यह आंकड़ा 22 मई 2020 और 17 जून 2021 को था। मुखानी थाने में इस साल 153 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं, यह आंकड़ा बीते वर्षों में 19 जुलाई 2020 और 22 जून 2021 को था। इसी तरह काठगोदाम थाने का आंकड़ा देखा जाए तो अभी तक 82 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं, यह आंकड़ा बीते वर्षों में 24 जुलाई 2020 और 25 जून 2021 में था।

शहर के चार थानों में इतनी चौकियां
हल्द्वानी कोतवाली क्षेत्र में मंडी, मेडिकल, टीपी नगर और हीरानगर चौकियां आती हैं। इसके अलावा काठगोदाम थाना क्षेत्र में दमुवाढूंगा, खेड़ा और मल्ला काठगोदाम की चौकियां आती हैं। मुखानी थाना क्षेत्र में लामाचौड़ और आरटीओ रोड चौकी हैं। इसके अलावा वनभूलपुरा ऐसा क्षेत्र है, जहां पर एक भी चौकी नहीं है। इस हिसाब से देखा जाए तो तीन चौकियों की जिम्मेदारी संभाल रहे काठगोदाम थाने में अपराध पर नियंत्रण है। यहां पर छह माह में सिर्फ 82 मुकदमे दर्ज हुए हैं।

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