आयुष्मान योजना को लेकर दस हजार बच्चों को निशुल्क इलाज उपलब्ध कराया गया
आयुष्मान योजना को लेकर दावा किया गया कि इससे दस हजार बच्चों को निशुल्क इलाज उपलब्ध कराया गया है। इस इलाज पर सरकार द्वारा 32.38 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने बताया कि आयुष्मान योजना बच्चों के लिए मां का आंचल साबित हो रही है।
नवजात से लेकर चार वर्ष के आयु वर्ग के नौनिहालों को आयुष्मान योजना का लाभ मिल रहा है। दस हजार बच्चों का इलाज हो चुका है। इसमें 1397 बालक और 8700 बालिकाएं शामिल हैं। इस योजना का लाभ बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक उठा रहे हैं। राज्य में अभी तक 47.32 लाख आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं।
5.17 लाख बार लाभार्थियों ने विभिन्न अस्पतालों में नि:शुल्क उपचार का लाभ लिया है। लाभार्थियों की विभिन्न बीमारियों के उपचार पर 868 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। राज्य के विभिन्न अनाथालयों में रह रहे बच्चों के भी आयुष्मान कार्ड बनाए जाएंगे। इसके लिए राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
बच्चों में पाई जा रही हैं ये बीमारियां: आयुष्मान योजना में बच्चों में कई बीमारी पाई गई हैं। बच्चों की सांस संबंधी दिक्कतें, जीर्ण दस्त, फ्रेक्चर, डिहाइड्रेशन, ब्लड ट्रांसफ्यूजन, गंभीर रक्ताल्पता, निमोनिया, बुखार आदि बीमारियों का इलाज कराया गया।
आयुष्मान योजना के तहत देहरादून में 4024, हरिद्वार में 1689, ऊधम सिंह नगर में 1678, टिहरी गढ़वाल में 879, पौड़ी गढ़वाल में 475, उत्तरकाशी में 452, नैनीताल में 306, चमोली में 184, रूद्रप्रयाग में 168, चम्पावत में 98, अल्मोड़ा में 67, पिथौरागढ़ में 62 एवं बागेश्वर में 15 बच्चों का नि:शुल्क उपचार किया गया।