विधानसभा में एक अर्जी पर मिल गई मर्जी की नौकरी, भर्ती घोटाले में खुले कई राज
‘आदरणीय अध्यक्ष जी, मैं अपना बायोडाटा प्रार्थनापत्र के साथ प्रस्तुत कर रही हूं। मुझे मेरी शैक्षिक योग्यता के अनुसार किसी भी पद पर नियुक्ति प्रदान करें।’ ये जो दो पंक्तियां आपने पढ़ी, उस तरह के सैकड़ों आवेदन विधानसभा में समय समय पर हुई भर्तियों के लिए जमा कराए गए थे।
और इन्हीं पर आवेदकों के समीक्षा अधिकारी, सहायक समीक्षा अधिकारी जैसे महत्वपूर्ण और लेाक सेवा आयोग के दायरे के पदों पर नियुक्ति मिल गईं। विधानसभा की भर्तियों में भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद सोशल मीडिया पर आवेदकों के पत्र तेजी से वायरल हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि ये ज्यादातर पत्र आरटीआई के माध्यम से लिए गए हैं। हालांकि हिन्दुस्तान इन पत्रों की पुष्टि नहीं करता।
एक पत्र में आवेदक ने लिखा है कि मैं सर्वप्रथम अपनी स्थिति के बारे में अवगत कराना चाहता हूं। मैं एक गरीब परिवार का सदस्य हूं। महोदय, मुझे विधानसभा में सरकारी नियुक्ति देने की कृपा करें। इस आवेदन को तदर्थ रक्षक बना दिया गया था। एक और आवेदन की बानगी देखिए-निवेदन इस प्रकार है कि मैं एक गरीब परिवार का युवक हूं। मैने कंप्यूटर कोर्स किया है।विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि विस में कुछ पद रिक्त हैं।
मेरी पारिवारिक स्थिति को देखते हुए किसी भी पद पर सेवायोजन प्रदान करें। करीब करीब ज्यादातर आवेदन इसी अंदाज में लिख गए हैं। कई की तो भाषा और वाक्य विन्यास भी करीब करीब समान ही है। इसी प्रकार एक मंत्री का चार जून 2020 का पत्र भी वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने विभाग को चार लोगों को विभाग में समयोजित करने के आदेश दिए हुए हैं।
मुख्यमंत्री, आपके मंत्रीमंडल में तीन पद खाली हैं, मुझे नियुक्ति दें
विस की भर्तियों के आवेदनों के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया में खूब मीम बन रहे हैं। राजीव थपलिया ने सीएम को चिट़्ठी लिखते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी मुझे विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि आपके मंत्रिमंडल में तीन पद रिक्त हैं। एक मंत्री के लिए जरूरी पढ़ाई लिखाई भी मेरी हैं।कृपया नियुक्ति दें। सोशल मीडिया यूजर पल्लव जोशी ने कहा कि उत्तराखंड में केवल प्रार्थना पत्र लिखकर ही नौकरियां मिल गईं हैं। बच्चों तभी मैने कहा था कि अप्लीकेशन और निबंध लिखना जरूर सीख लें। अजय रावत और रोहित ने ने सीधा पीएम नरेंद्र मोदी को अर्जी भेजते हुए खुद को उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनाने की गुजारिश की है।