अंकिता हत्याकांड: कौन था चौथा राजदार? गुमशुदगी की रिपोर्ट की किसने दी सलाह?
अंकिता हत्याकांड में एक और नया मोड़ सामने आया है। गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों के अलावा कोई चौथा व्यक्ति भी इस मामले में शामिल था जिसने हत्या के बाद गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने की सलाह दी थी। अंकिता हत्याकांड में पकड़े गए तीन आरोपियों के अलावा इस हत्या का चौथा राजदार भी था। जिसने हत्या के बाद पटवारी चौकी में मुकदमा दर्ज करवाने की सलाह दी। हालांकि उससे आरोपियों को कोई लाभ नहीं मिला।
गुमशुदगी की रिपोर्ट की सलाह किसने दी?
अधिकारिक सूत्रों के अनुसार एसआईटी की पूछताछ में ये तथ्य सामने आया है कि हत्या के बाद आरोपी बेफिक्र थे। लेकिन देर रात और सुबह कुछ लोगों से बातचीत के बाद पुलकित सक्रिय हुआ। उसने 19 सितंबर को पटवारी चौकी में अंकिता की गुमशुदगी लिखवाई। एसआईटी उस रात इन सभी आरोपियों के पास मौजूद मोबाइल और अन्य मोबाइलों की डिटेल निकाल रही है, ताकि ये पता चल सके कि किससे उनकी बात हुई। इसके अलावा पुलकित का जो मोबाइल घटना से पहले कथित रूप से अंकिता ने नहर में फेंका था, उस पर रातभर आए कॉल की भी एसआईटी डिटेल निकाल रही है, ताकि ये पता चले कि किस-किस से उसका संपर्क हुआ था। इस चौथे राजदार को भी इस केस में आरोपी बनाया जा सकता है।
नहर में गिरा मोबाइल तो कैसे जाती रही घंटी!
पुलिस को आरोपियों ने बताया कि पुलकित का मोबाइल फोन अंकिता ने नहर में फेंक दिया था। यह वाकया लगभग 9 बजे के आसपास का होगा, लेकिन पुलकित के मोबाइल पर रात साढ़े दस बजे तक घंटी जाती रही। उस रात को अंकिता के दोस्त पुष्प ने भी पुलकित के मोबाइल पर फोन किया था और फोन में घंटी गई थी, लेकिन किसी ने उठाया नहीं। जब पुष्प ने मैनेजर अंकित को फोन किया तो वह चौंक गया था। उसने हड़बड़ाते हुए पूछा था कि पुलकित सर के फोन में घंटी जा रही है?
अंकिता हत्याकांड में एसआईटी की जांच तेजी पकड़ सकती है। कोर्ट ने तीनों आरोपियों की तीन दिन की रिमांड मंजूर कर ली है, जो शुक्रवार सुबह से शुरू होगी। रिमांड में पूछताछ के लिए तीन तेज तर्रार और विवेचना में कुशल इंस्पेक्टरों की एक विशेष टीम भी बनाई गई है। जो तीनों दिन इनसे पूरे प्रकरण की पूछताछ करेगी।