ऐसे तो उत्तराखंड में नहीं हारेगा कोरोना,टारगेट से 75 फीसदी कम हो रही जांच

उत्तराखंड कोरोना संक्रमण के कम होने के साथ ही राज्य में कोरोना सैंपलों की जांच भी बेहद धीमी हो गई है। एक दिन में सरकार की ओर से तय किए गए लक्ष्य से 75 फीसदी कम जांच हो रही है। इससे राज्य में संक्रमण का स्तर बढ़ने का खतरा पैदा हो रहा है। एसडीसी फाउंडेशन की ओर से रविवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्य में पिछले एक सप्ताह में प्रतिदिन औसत दस हजार सैंपलों की जांच की जा रही है
जबकि पूर्व में सरकार ने एक दिन में चालीस हजार सैंपलों की जांच का लक्ष्य तय किया था। एसडीसी फाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल ने कहा कि भले ही राज्य में इस समय संक्रमण और मृत्यु दर न्यूनतम स्तर पर है। लेकिन छुट्टियों और त्यौहार के सीजन में इतनी कम जांच घातक हो सकती है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से राज्य में कोरोना सैंपलों की जांच बढ़ाने का अनुरोध किया है।
उन्होंने कहा कि अधिक सैंपलों की जांच से बढ़ते संक्रमण को आसानी से पकड़ा जा सकता है। एक बार संक्रमण फैल गया तो उससे स्थिति को नियंत्रण में लाना बेहद मुश्किल होता है। उन्होंने कहा कि कोविड काल के 88 वें सप्ताह के दौरान राज्य में 71 हजार के करीब जांच हुई। 81 नए मरीज मिले और एक मरीज की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि कोरोना काल के 88 वें सप्ताह के दौरान कुल 51 मरीज इलाज के बाद डिस्चार्ज किए गए।