केदारनाथ-बदरीनाथ सहित चारों धामों में उमड़ा आस्था का सैलाब, इस धाम में तीर्थ यात्रियों के पहुंचे का बना रिकॉर्ड
केदारनाथ धाम में शनिवार को भी सबसे अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। शनिवार शाम चार बजे तक केदारनाथ में 14,387 यात्रियों ने दर्शन कर लिए थे। उधर, बदरीनाथ धाम में दर्शन करने वालों की संख्या 13,438 रही। इसके साथ ही केदारनाथ धाम में दर्शन करने वाले कुल श्रद्धालुओं की संख्या एक लाख 66 हजार को पार कर गई है।
जबकि बदरीनाथ धाम में दर्शन करने वाले कुल श्रद्धालुओं की संख्या एक लाख 17 हजार को पार कर गई है। इन दोनों ही धामों में अभी तक कुल दो लाख 84 हजार तीर्थ यात्री दर्शन कर चुके हैं। वहीं, गंगोत्री में अभी तक 84,863 जबकि यमुनोत्री में 71518 तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं। चारधाम में अब तक 32 तीर्थयात्रियों का स्वास्थ्य वजह से निधन भी हो चुका है।
प्रोटोकॉल के तहत ही वीआईपी दर्शन : चारधाम में प्रोटोकॉल के तहत आने वाले तीर्थ यात्रियों को ही वीआईपी दर्शन की सुविधा मिलेगी। सरकार ने साफ किया है कि हैली सेवा या अन्य किसी माध्यम से जाने वाले तीर्थ यात्रियों को अब यह सुविधा नहीं मिलेगी। दरअसल चारधाम में वीआईपी दर्शन की वजह से आम श्रद्धालुओं को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
उन्हें दर्शन के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा था। केदारनाथ धाम में सबसे अधिक परेशानी इस वजह से हो रही थी। इस समस्या को देखते हुए अब सरकार ने साफ किया है कि हेलीकॉप्टर या अन्य माध्यम से जाने वाले यात्रियों को वीआईपी दर्शन की सुविधा नहीं मिलेगी। केवल प्रोटोकॉल के तहत आने वाले लोग ही वीआईपी दर्शन कर पाएंगे।
इधर भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के इस निर्णय का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि इससे साफ है कि सरकार वीआईपी संस्कृति के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि इससे चारधाम में दर्शन करने वाले आम श्रद्धालुओं को बड़ी राहत मिलेगी और धाम में ठहरने का दबाव भी कम होगा।उन्होंने कहा कि इस बार राज्य में रिकार्ड संख्या में तीर्थ यात्री पहुंच रहे हैं। ऐसे में यह व्यवस्था किया जाना जरूरी था। उन्होंने इस कदम के लिए सीएम धामी का आभार जताया।