अब छात्र ऑनलाइन कॉपियां देख दर्ज करा सकेंगे आपत्ति, यूटीयू शुरू करेगा डिजिटल मूल्यांकन
अब छात्र अपनी उत्तर पुस्तिकाएं खुद देख सकेंगे। अगर मूल्यांकन गलत लगा तो आपत्ति भी दर्ज करा सकेंगे। इसके बाद ही उनका रिजल्ट जारी होगा। वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखंड तकनीकी विवि (यूटीयू) जल्द ही डिजिटल मूल्यांकन शुरू करने जा रहा है। कुलपति प्रोफेसर ओंकार सिंह के अनुसार, छात्रों को अच्छी शिक्षा के साथ उनकी परीक्षाओं का मूल्यांकन सही और पारदर्शिता से होना जरूरी है। अब तक अगर किसी छात्र को कम नंबर मिलते थे तो वह अपनी कॉपियों का पुनर्मूल्यांकन करवाता था।
इससे छात्र का पैसा और वक्त भी बर्बाद होता है। दोबारा मूल्यांकन भी सौ फीसदी सही होने की गारंटी नहीं होता। इस व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के लिए ही डिजिटल मूल्यांकन की व्यवस्था शुरू की जा रही है। यह नई व्यवस्था शुरू करने वाले यूटीयू उत्तराखंड का पहला सरकारी विवि होगा।
कुलपति के अनुसार, इसका एक बड़ा लाभ यह होगा कि छात्र ऑनलाइन अपनी कॉपियां देख सकेंगे कि उन्हें किस उत्तर में कितने नंबर मिले। अगर कहीं मूल्यांकन में दिक्कत होगी तो वो आपत्ति दर्ज करा सकेंगे। इसे सही करने के बाद ही रिजल्ट जारी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके अलावा डिजिटल मूल्यांकन में कॉपियों के पेज छूटने या नंबर का जोड़ गलत होने की संभावना भी पूरी से खत्म हो जाएगी।
कुलपति ने कहा कि अच्छी शिक्षा के लिए यूटीयू से जुड़े सभी 93 संस्थानों की निगरानी भी जरूरी है।
इसके लिए एड्रेस रिजॉल्यूशन प्रोटोकॉल (एआरपी) बनाया जा रहा है। इससे यूटीयू के साथ सभी संस्थान एक नेटवर्क में जुड़ जाएंगे। इससे इन संस्थानों में एडमिशन, उपस्थिति, परीक्षा और मूल्यांकन की निगरानी हो सकेगी। बड़ा फायदा यह होगा कि निजी संस्थान बिना जरूरी उपस्थिति के छात्रों को परीक्षा में नहीं बैठा सकेंगे, जो अभी धड़ल्ले से चल रहा है।
यूटीयू में काफी कुछ बदलाव की जरूरत है। ऑनलाइन सहित तमाम नई तकनीकों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने की जरूरत है। इसके अलावा शिक्षा को रोजगारपरक और ग्लोबल बनाने की भी जरूरत है। इसी को लेकर नए प्रयास किए जा रहे हैं। ताकि यूटीयू अपनी अलग पहचान बना सके।