जिंदा शौहर को मरा बताकर लाखों हजम कर गईं मां-बेटी, फर्जी कागज तैयार कर स्वीकृत कराई विधवा पेंशन
एक महिला द्वारा बेटी के साथ मिलकर जिंदा पति को मृत दिखाकर विधवा पेंशन लेने का मामला सामने आया है। पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर मां-बेटी के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मो.काजीबाग, निवासी उबेदुर्रहमान अंसारी ने न्यायालय में धारा 156(3) के तहत प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया।
उन्होंने कहा मो. कटोराताल, काशीपुर निवासी खैरुलनिशा पत्नी मोहम्मद इकबाल ने अपनी बेटी अंजुम इकबाल के साथ मिलकर नाजायज लाभ कमाने और सरकार को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से अपने पति मोहम्मद इकबाल को जिंदा होते हुए भी मृत दिखाकर विधवा पेंशन का फार्म भरा।
जो विभाग कर्मचारियों की मिलीभगत से स्वीकार भी हो गया। कहा खैरुलनिशा की पुत्री अंजुम कंप्यूटर की अच्छी जानकार है। आरोप लगाया खैरुलनिशा ने अपनी पुत्री के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार किये और अपने हक में विधवा पेंशन स्वीकृत करा ली। खैरुलनिशा वर्ष 2013 से हर महीने पेंशन पा रही है।
जबकि उसका पति मोहम्मद इकबाल आज भी जीवित है।आरोपी महिला ने विधवा पेंशन का 17 जुलाई 2018 को सत्यापन भी करा लिया। उबेदुर्रहमान ने कहा जानबूझकर जीवित व्यक्ति को मृत दिखाकर विधवा पेंशन लेना एक गंभीर अपराध है। जिससे सरकार को आर्थिक क्षति हो रही है और पात्र लोगों का हक मारा जा रहा है।कहा सूचना अधिकार अधिनियम में खैरुलनिशा का विधवा पेंशन फार्म, विधवा पेंशन सत्यापन फार्म, आवश्यक दस्तावेज प्राप्त हुए हैं। उसने इसकी शिकायत पुलिस से की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इधर, पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर मां-बेटी के खिलाफ धारा420 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।