Russia Ukraine War:‘पापा! हम अपने रिस्क पर पैदल ही निकल गए हैं, दुआ करना..
खारकीव में हालात बद से बदतर हो गए हैं। यहां किसी भी वक्त हमले का डर सता रहा है। एंबेसी ने यहां से निकलने की हिदायत देते हुए एडवाजरी जारी कर दी है। बॉर्डर पर आने के लिए कहा जा रहा है। लाख कोशिशों के बाद भी टैक्सी या बस मेट्रो स्टेशन तक के लिए भी नहीं मिल रही है।
अब हम करीब 20 छात्र-छात्राएं अपने रिस्क पर ही पैदल स्टेशन की ओर निकल पड़े हैं। फोन के नेटवर्क यहां बिल्कुल नहीं हैं, इसी वजह से वीडियो कॉल करना भी मुमकिन नहीं है। यदि मेरा फोन न मिले तो समझना हमें ट्रेन मिल गई है। आप परेशान न होना, दुआ करना, हम महफूज पहुंच जाएंगे। बॉर्डर पर पहुंचकर आपको फोन करेंगे।’
दून के माजरा के रहने वाले जफर खान और रईसा खान की बेटी गजाला खान नेशनल मेडिकल विवि में एमबीबीएस कर रही है। मंगलवार दोपहर करीब दो बजे (यूक्रेन में साढ़े दस बजे) की बेटी गजाला खान का फोन आया था। इधर अम्मी, अब्बू समेत पूरा परिवार परेशान है।