उत्तराखंड में बिजली फिर देगी महंगाई का झटका? जानें कितने रुपये तक हो सकता है इजाफा
उत्तराखंड में ऊर्जा निगम एक बार फिर बिजली के रेट बढ़ाने की पैरवी करने जा रहा है। इसके लिए निगम विद्युत नियामक आयोग को भेजने के लिए प्रस्ताव तैयार करने में जुट गया है। ऊर्जा निगम पूरे देश में बिजली संकट और बाजार से सस्ती बिजली उपलब्ध न होने को उत्तराखंड में दर बढ़ाने का आधार बना रहा है।
निगम का तर्क है कि 12 रुपये प्रति यूनिट बिजली खरीद का जनता को चार रुपये में दी जा रही है। इससे निगम पर प्रतिमाह 400 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार पड़ रहा है। सूत्रों ने बताया कि यूपीसीएल ने विद्युत नियामक आयोग को भेजने के लिए रेट बढ़ाने का प्रस्ताव लगभग तैयार कर लिया है।
अब इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है। बोर्ड की मंजूरी के बाद यह प्रस्ताव आयोग को भेजा जाएगा। सूत्रों का कहना है कि यूपीसीएल प्रति यूनिट करीब पांच पैसे की वृद्धि का प्रस्ताव बना रहा है। इस तरह एक महीने में 200 यूनिट तक बिजली खर्च होने की स्थिति में उपभोक्ताओं पर प्रति बिल दस रुपये का अतिरिक्त भार पड़ सकता है।
यूपीसीएल के पक्ष से शासन भी सहमत
यूपीसीएल मैनेजमेंट ने अपनी आर्थिक स्थिति से शासन को भी अवगत करा दिया है। शासन से भी यूपीसीएल ने टैरिफ रिवाइज किए जाने का प्रस्ताव आयोग को भेजे जाने की मंजूरी मांगी। शासन ने भी इस पर सहमति जताई है। सचिव ऊर्जा आर मीनाक्षी सुंदरम ने बताया कि यूपीसीएल को कहा गया है कि आयोग में टैरिफ रिवाइज किए जाने का प्रस्ताव भेजा जाए।इस समय पूरे देश में बिजली का संकट है।महंगी दर पर भी बाजार में बिजली आसानी से उपलब्ध नहीं हो रही है। इसके बाद भी अन्य राज्यों के मुकाबले उत्तराखंड में बिजली सप्लाई बहुत बेहतर है। इससे पड़ रहे अतिरिक्त आर्थिक बोझ से राहत के लिए विद्युत नियामक आयोग को टैरिफ बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा जा रहा है।