कोरोना में छूटी पढ़ाई को अब करना होगा पूरा, शिक्षा विभाग का जानिए प्लान
कोरोना में स्कूल बंदी की वजह से छूटी पढ़ाई को छात्रों को अब पूरा करना होगा। वर्तमान शैक्षिक सत्र से छात्रों को दोबारा से पढ़ाई की लय में लाने के लिए शिक्षा विभाग ने कक्षा एक से आठ तक के लिए पाठ्यक्रम में कुछ बदलाव किए हैं। इसमें शिक्षा को किताबी पढ़ाई के बजाए गतिविधि आधारित बनाया गया है।
शिक्षकों ने अब से छात्रों को पढ़ाने-रटाने के बजाए गतिविधियों से जोड़ते हुए सिखाने का प्रयास करना होगा। निदेशक-एआरटी सीमा जौनसारी ने बताया कि पहले छात्रों को पूर्व की तरह लय में लाने के लिए तीन महीने का ब्रिज कोर्स तैयार किया गया था। अब इसे पूरे साल के लिए लागू किया जा रहा है।
मालूम हो कि कोरोना की वजह से दो साल तक स्कूल बंद रहने से प्राथमिक और जूनियर स्तर के छात्र पढ़ाई से पूरी तरह से कट गए थे। पिछले साल साल छात्रों के शैक्षिक स्तर की राष्ट्रीय स्तर पर कराए गए राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (एनएएस) में पाया गया कि छात्रों का सीखने ओर समझने के स्तर में गिरावट आई है। हाल में आयोजित समर कैंप में भी यह देखने का मिला कि छात्र लिखने ओर सीखने में रुचि नहीं ले रहे हैं।
जौनसारी ने बताया कि नया पाठ्यक्रम जिलों को भेजी जा रहा है। पांच जुलाई से 20 जुलाई के बीच इसे स्कूलों तक पहुंचाया जाएगा और शिक्षकों की ट्रेनिंग कराई जाएगी। इसके लिए अपर निदेशक-एससीईआरटी से लेकर सीईओ, बीईओ, उपशिक्षा अधिकारी की जिम्मेदारियां तय कर दी गई है।
कोरोना में स्कूल बंद होने से छात्रों का बहुत ज्यादा लर्निंग लॉस हुआ है। कक्षा एक से आठ तक की मासिक, छमाही और सालाना परीक्षाएं इसी संशोधित पाठयक्रम के अनुसार कराई जाएंगी।