आउटसोर्स कंपनी के निदेशक से एसटीएफ की पूछताछ, मांगे दस्तावेज
पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने मंगलवार को आउटसोर्स कंपनी के निदेशक से डेढ़ घंटे तक पूछताछ की गई है। अब एसटीएफ ने उन्हें दस्तावेजों के साथ आने के लिए कहा है। इस सप्ताह के अंत में निदेशक दोबारा अपने बयान दर्ज कराने एसटीएफ कार्यालय में उपस्थित होंगे।
अब तक इस मामले में 18 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें सबसे अहम गिरफ्तारी जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह रावत और एक शिक्षक की मानी जा रही है। इन्हीं दोनों के ताल्लुकात कंपनी तक भी बताए जा रहे हैं। कंपनी की प्रिंटिंग प्रेस में भी संदिग्धता नजर आई थी। वहां पर उस वक्त के ही सीसीटीवी फुटेज गायब थे, जब पेपरों की प्रिंटिंग और पैकेजिंग की गई थी। कंपनी का एक अधिकारी बिजनौर के इसी क्षेत्र का रहने वाला है।
सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में कंपनी के इस अधिकारी और हाकम सिंह रावत की मिलीभगत हो सकती है। जानबूझकर एक सुनियोजित षड्यंत्र के तहत यह सेंटर इस क्षेत्र में बनाया गया था।
मामले में एसटीएफ कंपनी के अधिकारियों से पहले भी पूछताछ कर चुकी है, लेकिन अब बिजनौर कनेक्शन सामने आने के बाद एसटीएफ ने निदेशक को देहरादून कार्यालय बुलाया था। सूत्रों के मुताबिक, निदेशक निर्धारित समय से काफी देरी से यहां पर पहुंचे थे। एसटीएफ कार्यालय में उनसे डेढ़ घंटे तक पूछताछ की।
अब बताया जा रहा कि उनसे अनुबंध के दस्तावेज लाने के लिए कहा गया है। साथ ही जो कर्मचारी उन्होंने नियुक्त किए हैं उनके दस्तावेज और नियुक्ति पत्रों को भी साथ लाने को कहा गया है। बताया जा रहा कि इस सप्ताह के अंत में निदेशक दोबारा एसटीएफ के सामने पेश हो सकते हैं।