PM Modi ने संरक्षक की तरह जाना नीती घाटी के ग्रामीणों का हाल, पूछा- किसी तरह की परेशानी तो नहीं हो रही

PM Modi ने संरक्षक की तरह जाना नीती घाटी के ग्रामीणों का हाल, पूछा- किसी तरह की परेशानी तो नहीं हो रही

दिल्ली में विजय दिवस की पूर्व संध्या पर सेना की ओर से आयोजित समारोह में नीती घाटी के ग्रामीणों ने भी पारंपरिक परिधानों में सुसज्जित होकर भाग लिया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनसे सीमांत क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों की विस्तार से जानकारी ली।

साथ ही संरक्षक की तरह उनसे यह भी पूछा कि सीमा क्षेत्र में उन्हें किसी तरह की परेशानी का सामना तो नहीं करना पड़ रहा। कहीं उन्हें सीमा क्षेत्र में जाने से रोका तो नहीं जाता।

नीती घाटी के ग्रामीणों को विशेष रूप से दिल्ली ले जाया गया

सेना मुख्यालय में आयोजित इस समारोह में भाग लेने के लिए सेना की ओर से सीमांत जोशीमठ ब्लाक की नीती घाटी के ग्रामीणों को विशेष रूप से दिल्ली ले जाया गया था।

लौटने पर ग्रामीणों ने बताया कि समारोह में शामिल होने के लिए जोशीमठ ब्लाक के सीमांत गांव कागा गरपक से पुष्कर सिंह राणा, बड़गांव से विवेक रावत, कैलाशपुर से सरिता देवी, परसारी से गायत्री देवी, मलारी से सुनीता देवी, देहरादून से शिंवागी राणा आदि ब्रिगेडियर आनंद, मेजर आरती आदि के नेतृत्व में दिल्ली गए थे।

टीम में शामिल प्रधान संघ चमोली के जिला महामंत्री पुष्कर सिंह राणा ने बताया कि समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ग्रामीणों से आत्मीयता पूर्वक मिले। उन्होंने पूछा, ‘जब मैं माणा आया था, तब आप लोग भी क्या वहां थे।’ इस पर ग्रामीणों ने हां’ में जवाब दिया और कहा कि वे कार्यक्रम में शामिल होने माणा पहुंचे थे।

चीन सीमा से लगे क्षेत्र के विकास को लेकर भी किए प्रश्‍न

प्रधानमंत्री ने यह भी पूछा कि बदरीनाथ धाम समेत चीन सीमा से लगे क्षेत्र के विकास को लेकर उनके द्वारा की गई घोषणा के अनुरूप क्या वहां विकास कार्य हो रहे हैं।

इस पर ग्रामीणों ने सीमा क्षेत्र में सड़क, स्वास्थ्य व दूर संचार सेवाओं की जानकारी प्रधानमंत्री के साथ साझा की और उन्हें विकास कार्यों की वास्तविकता से परिचित कराया। कैलाशपुर की प्रधान सरिता देवी से प्रधानमंत्री ने स्थानीय उत्पादों फरण, राजमा, फाफड़, कुटकी, चौलाई आदि के बारे में जानकारी ली।

मैंने उन्हें बताया कि सेना की ओर से सीमांत क्षेत्र के ग्रामीणों को वर्षों बाद चीन सीमा पर स्थित पार्वती कुंड का भ्रमण कराया गया। ग्रामीणों के लिए यह बेहद अच्छा अनुभव था।

सरिता ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री से पार्वती कुंड की यात्रा के अनुभव भी साझा किए। इस दौरान प्रधानमंत्री ने सीमांत क्षेत्र में स्थानीय उत्पादों को लेकर किए जा रहे सरकार के प्रयासों का फीडबैक भी लिया।

News Desh Duniya

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *