केदारनाथ में बर्फबारी, धनोल्टी में गिरीं बर्फ की फुहारें, यमुनोत्री में झरने जमे
बृहस्पतिवार को पहाड़ में दिनभर मौसम खराब रहा और केदारनाथ में एक घंटे तक हल्की बर्फबारी हुई। धनोल्टी में बर्फ की फुहारें गिरीं जबकि टिहरी और रुद्रप्रयाग में बूंदाबांदी हुई। बारिश और बर्फबारी से कड़ाके की ठंड पड़ने लगी है। लोगों ने ठंड से बचने के लिए अलाव और हीटर का सहारा लिया।
यमुनोत्री में झरने जमे
यमुनोत्री धाम सहित आसपास के इलाकों में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। आलम ये है कि कड़ाके की सर्दी के कारण नदी, नालों और झरने का पानी भी जमने लगा है। जानकीचट्टी यमुनोत्री पैदल मार्ग पर जगह-जगह गिरने वाले झरने भी जमने लगे हैं। यमुनोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश उनियाल ने बताया कि जानकीचट्टी से यमुनोत्री धाम तक जगह-जगह पानी जम गया है। पैदल मार्ग पर आवाजाही भी जोखिमभरी हो रही है।
केदारनाथ में बर्फबारी
सुबह से केदारनाथ में हल्के बादल छाए रहे और दोपहर बाद मौसम खराब हो गया। शाम पांच बजे से छह बजे तक केदारनाथ में बर्फबारी हुई। धाम में अधिकतम तापमान 4 डिग्री और न्यूनतम माइनस 7 डिग्री दर्ज किया गया। इधर, रुद्रप्रयाग सहित निचले इलाकों में अपराह्न बाद हल्की बूंदाबांदी हुई। उधर, पर्यटक स्थल चोपता में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है।
धनोल्टी में गिरी बर्फ की फुहारें
नई टिहरी में भी सुबह से बादल छाए रहे और दोपहर बाद बूंदाबांदी होने से पारा लुढ़क गया। पर्यटन नगरी धनोल्टी में तो बर्फ की फुहारें भी गिरीं। ऐसे में यहां पहुंचे सैलानियों के चेहरे खिल उठे। सैलानियों को उम्मीद है कि नए साल पर धनोल्टी में निश्चित ही बर्फबारी का लुत्फ उठा सकेंगे। मौसम का पारा लुढ़कने से जिला मुख्यालय सहित धनोल्टी, चंबा, रानीचौरी, गजा और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ठंड बढ़ गई।
बारिश की संभावना को देखते हुए किसान भी राहत में हैं। लंबे समय बाद बारिश होती है तो गेहूं, जौ, मटर आदि फसलों के लिए संजीवनी साबित होगी। वहीं चमोली जिले में भी दिनभर मौसम खराब रहा। कर्णप्रयाग, लंगासू, नौटी, नंदासैंण, आदिबदरी, गैरसैंण, थराली, देवाल, नारायणबगड़ सहित ग्रामीण क्षेत्रों में लोग ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं।