Indian Railways: दुनिया के सबसे बड़े प्लेटफार्म से डेढ़ लाख लोग प्रतिदिन करते हैं सफर फिर भी दूर है ‘राजधानी’
बाराबंकी-गोरखपुर-छपरा (लगभग 425 किमी) मुख्य रेलमार्ग का सिर्फ ट्रैक ही मजबूत नहीं हुआ है। बल्कि इस रूट पर यात्रियों की संख्या भी लगातार बढ़ी है। विभिन्न ट्रेनों के वातानुकूलित कोचों में गोरखपुर से ही रोजाना लगभग 10354 यात्री दिल्ली तक की यात्रा पूरी करते हैं। जबकि चार से पांच हजार लोग कंफर्म टिकट के इंतजार में रहते हैं।
110 से 130 किमी प्रति घंटे रफ्तार वाले ट्रैक और पर्याप्त यात्रियों के बाद भी यात्री प्रधान पूर्वोत्तर रेलवे का मुख्यालय गोरखपुर अभी भी देश की राजधानी से दूर है। पूर्वांचल के प्रमुख धार्मिक, ऐतिहासिक पर्यटन केंद्र और उभरती अर्थव्यवस्था वाले पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय गोरखपुर रूट पर राजधानी सहित देश की कोई प्रमुख ट्रेन (वंदे भारत, शताब्दी और दूरंतो) नहीं चलती हैं।
जानकारों के अनुसार गोरखपुर जंक्शन से प्रतिदिन एसी प्रथम श्रेणी में करीब 146, एसी द्वितीय श्रेणी में 1092, एसी तृतीय श्रेणी में 8708 तथा एसी चेयरकार में 408 यात्री दिल्ली तक की यात्रा करते हैं। वेटिंग के यात्री अलग से हैं। कंफर्म टिकट नहीं मिलता है तो सैकड़ों लोग फ्लाइट से अपनी यात्रा पूरी करते हैं।