मानसून के धीमा पड़ते ही चारधाम यात्रा ने रफ्तार पकड़ी
मानसून के धीमा पड़ते ही चारधाम यात्रा ने रफ्तार पकड़ी
उत्तरकाशी: मानसून की रफ्तार धीमी होते ही एक सिंतबर से शुरू हुए चारधाम यात्रा के दूसरे चरण ने अब गति पकड़ ली है। दूसरे चरण की शुरुआत के पहले ही दिन यानी एक सितंबर को चारों धाम में 5,666 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे, जबकि सात सितंबर तक यह आंकड़ा 17,100 पर पहुंच गया था।
वर्षाकाल में भूस्खलन के चलते मार्ग के ध्वस्त होने से कई-कई दिन यात्रा को रोका गया और यात्रियों को मार्ग पर समय गुजारना पड़ा था। लेकिन अब मानसून से राहत मिल रही है। उम्मीद है कि यात्रा के दूसरे चरण में चारों धामों में भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ दिखेगी। इस बार यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट 22 अप्रैल, केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल और बदरीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को खुले थे। जून माह में वर्षाकाल शुरू होने के साथ यात्रा धीमी पड़ गई थी। अब दूसरे चरण में श्रद्धालुओं में वैसा ही उत्साह नजर आने लगा है, जैसा कपाट खुलने पर था। इससे यात्रा पड़ावों पर रौनक लौट आई है। अब तक 38 लाख 83 हजार 367 श्रद्धालु चारों धाम के दर्शन कर चुके हैं।
सर्वाधिक 12 लाख 45 हजार 203 श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंचे हैं। जबकि, बदरीनाथ में 12 लाख 11 हजार 691, गंगोत्री में छह लाख 99 हजार 716 और यमुनोत्री में पांच लाख 77 हजार 638 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। वर्षाकाल में चारों धाम और यात्रा मार्गों पर उपजी चुनौतियों के कारण यात्रा कई बार बाधित हुए थे।