दिवाली में जानिए कैसे मिलेगी वन-वन्य जीवों को सुरक्षा, क्या बना है प्लान?
दिवाली पर वन और वन्यजीवों की सुरक्षा के मद्देनजर वन कर्मियों की छुट्टियों को रद्द कर दिया गयी हैं। वहीं संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ाने के निर्देश भी दिए गए हैं। दिवाली पर शिकारी और वन्यजीव तस्करों की सक्रियता बढ़ जाती है। दिवाली पर उल्लू का शिकार होने की आशंका भी रहती है। कई शिकारी उल्लू की तलाश में जंगलों का रुख करते हैं। जिम कॉर्बेट और उसके आसपास के इलाकों में पक्षियों की अच्छी संख्या होने के चलते शिकारियों का इन इलाकों में मूवमेंट ज्यादा होता है।
इसके अलावा त्योहार पर जंगलों में गश्त कम होने का फायदा उठाकर शिकारी वन्यजीवों का शिकार भी करते हैं। लकड़ी और खनन तस्कर भी इन मौकों का फायदा उठाते हैं। इसे देखते हुए कॉर्बेट नेशनल पार्क व तराई पश्चिमी वृत्त के सभी वन प्रभाग के कर्मचारियों की छुट्टी को रद्द कर दिया गया है। शिकारियों के जंगलों में घुसने वाले रास्तों पर विशेष नजर रखी जा रही है। इसके साथ ही सभी संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ाने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
दिवाली पर शिकारी – तस्करों का मूवमेंट जंगलों में बढ़ जाता है। जिससे वन वन्यजीवों की सुरक्षा को खतरा है। जिसके चलते वन कर्मियों की छुट्टी को रद्द कर संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ाने को कहा गया है।