नागालैंड में छह घंटे का बंद, तनाव के बीच मृतकों की संख्या बढ़कर 15 हुई
पूर्वोत्तर राज्य नागालैंड के मोन जिले में तनाव के बीच सोमवार को नागा स्टूडेंट्स फेडरेशन (एनएसएफ) ने छह घंटे का बंद रखा। इस बीच राज्य में शनिवार को सुरक्षा अभियान के दौरान हुई गोलीबारी घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है। तिरु और ओटिंग गांवों के बीच शनिवार को हुई गोलीबारी की दो अलग-अलग घटनाओं में छह दिहाड़ी मजदूरों समेत 13 ग्रामीणों की मौत हो गई थी वहीं रविवार को हिंसक प्रदर्शन के दौरान सुरक्षाबलों की गोलीबारी में एक अन्य ग्रामीण मारा गया। इस दौरान एक जवान भी शहीद हुआ है।
नागा स्टूडेंट्स फेडरेशन (एनएसएफ) ने सोमवार को नागालैंड में सुबह छह बजे से दोपहर 12 बजे तक बंद का आह्वान किया था। एनएसएफ ने नागा लोगों से आगमी पांच दिनों के शोक में शामिल होने की अपील की है। मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया था। राज्य सरकार ने मुख्य जांच अधिकारी के रूप में पुलिस महानिरीक्षक (रेंज) लिमासुनेप जमीर के साथ अतिरक्ति पुलिस महानिदेशक (कानून और व्यवस्था) संदीप एम तमगडग की निगरानी में पांच सदस्यीय विशेष जांच दल का गठन किया है।
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा और रियो ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार से सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून (अफस्पा) को समाप्त करने की मांग की है। संगमा ने कहा, ह्लअब समय आ गया है कि सरकार अफस्पा को खत्म करने पर विचार करे जो हमारे लोकतंत्र की संरचना और भावना के साथ असंगत है। पीड़ितों के अंतिम संस्कार में शामिल हुए श्री रियो ने कहा, ह्लमैंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से बात की है। वह मामले को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं। हम केंद्र सरकार से नागालैंड से अफ्सपा को खत्म करने की मांग कर रहे हैं।ह्व उन्होंने कहा, ह्लअब उग्रवाद कहां है।