ऊधमसिंहनगर में सूदखोरों का तांडव, किसी ने कर ली खुदकुशी, किसी पर हुआ जानलेवा हमला
मेहनत मजदूरी करने के साथ ही मध्यम वर्गीय लोग सूदखोराें के चंगुल में फंसा हुआ है। ब्याज और मूल धनराशि न लौटा पाने की स्थिति में उनके सामने जान देने की नौबत तक आ रही है। बीते चार-पांच सालों में ही जहां एक व्यक्ति सूदखोर से परेशान होकर अपनी जान दे चुका है, वहीं कई लोग आत्मघाती कदम भी उठा चुके हैं। यही नहीं कइयों पर सूदखोरों ने जानलेवा हमला तक किया है। बावजूद इसके पुलिस प्रशासन बेपरवाह बना हुआ है।
इधर, एक बार फिर ट्रांजिट कैंप थाना क्षेत्र में रहने वाले व्यापारी को सूदखोरों ने अर्द्धनग्न कर पीट दिया था। आरोप था कि इससे पहले भी वह एक व्यक्ति को नग्न कर मारपीट करते हुए नागिन डांस भी कराया था। जिसकी बाद में उसने वीडियो बनाकर वायरल भी कर दी थी। जिसकी शिकायत पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सूदखोर को गिरफ्तार कर लिया है।
केस-1
वर्ष, 2015 में रवींद्रनगर निवासी एक युवक ने सूदखोर महिला के चंगुल से बचने के लिए आत्महत्या कर ली थी। इसका पर्दाफाश तब हुआ जब पुलिस को मृतक के पास से सुसाइड नोट बरामद हुआ था। हालांकि पुलिस ने आरोपित महिला के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया था। बताया जा रहा है कि सूदखोर महिला उसे जहां तहां बेइज्जत किया करती थी।
केस-2
वर्ष, 2017 में गंगापुर रोड पर सूदखोरों ने ब्याज न देने पर एक युवक पर तमंचे से फायर कर दिया था। पांव पर गोली लगने से वह घायल हो गया था। इससे पहले कि मामले की सूचना पुलिस तक पहुंचती आरोपितों ने जैसे तैसे मामला निपटा दिया था। तब पुलिस पीड़ित की तहरीर का इंतजार करते रही ताकि कार्रवाई की जा सके लेकिन वह नहीं पहुंचा।
केस-3
वर्ष, 2018 में आदर्श कालोनी में किराए में रहने वाला एक युवक सूदखोर से परेशान होकर भाग गया था। शहर छोड़ने से पहले उसने पुलिस को तहरीर भी सौंपी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। जब सूदखोरों का उस पर दबाव पड़ा तो वह फरार हो गया था।
केस-4
वर्ष, 2019 में लालपुर निवासी एक युवक ने जहर खा लिया था। होश में आने के बाद उसने बताया कि उसने एक सूदखोर से दो लाख रुपये ब्याज में लिए थे। जब समय पर ब्याज नहीं चुका पाया तो उसकी कार हड़प ली। बाद में उसने ब्याज समेत मूल धनराशि लौटा दी थी, बावजूद इसके वह उस पर पांच लाख देने का दबाव बना रहा था। जिससे परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली।
केस-5
वर्ष, 2020 में रम्पुरा निवासी युवक ने ब्याज में रुपये लिए थे। कुछ समय बाद उसने रकम और ब्याज लौटा दी थी, फिर भी सूदखोर उस पर और रुपये देने का दबाव बना रहे थे। उसके इंकार करने पर सूदखोरों ने चाकू से वार कर घायल कर दिया था।