एनएसयूआई ने लगाए कोविड वैक्सीनेशन में धांधली के आरोप
एनएसयूआई ने सरकार पर कोविड टीकाकरण के नाम पर धांधली का आरोप लगाया है। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी को बिना सेकेंड डोज लगाए ही वैक्सीनेशन का मैसेज आ गया है। इसकी जानकारी सोमवार को उन्होंने कांग्रेस भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में दी।उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि 14 मई को उन्हें सीएचसी गैरसैंण में कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज लगने का मैसेज मोबाइल पर मिला। जबकि उस वक्त वे देहरादून में थे और उन्होंने वैक्सीन भी नहीं लगवाई। इस पर उन्होंने जब सीएमओ ऑफिस चमोली में पता किया तो उन्हें बताया गया कि शासन ने दूसरी डोज ना लगवाने वालों को वैक्सीनेटेड दिखाने के निर्देश मिले हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कई जिलों में ऐसे हजारों लोगों को खुद ही वैक्सीनेटेड दिखा दिया गया है, जो फर्जीवाड़ा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने जिस प्रकार से कोविड काल में हुई मौतों को लेकर झूठे आंकड़े पेश किए थे, उसी परकार से वैक्सीन को लेकर भी जनता को गुमराह करना चाहती है। आरोप लगाया कि सरकार अभी तक कोविड वैक्सीन पर 35000 करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है। क्या कोविड वैक्सीन की डोज जो काल्पनिक रूप से लगाई गई है, उसके पैसे को ठिकाने लगाया जा रहा है। यह एक व्यापक भ्रष्टाचार है। उन्होंने इसकी जांच की मांग की। इस मौके पर राष्ट्रीय संयोजक विकास नेगी, महानगर अध्यक्ष अभिषेक डोबरियाल, जिला उपाध्यक्ष उदित थपलियाल, गौरव नेगी, राहुल जग्गी, सागर मनियारी, हरजोत सिंह, शीतल रावत और वैभव पाठक मौजूद रहे।