तीर्थ यात्रियों की भीड़ के आगे सभी इंतजाम धवस्त, ट्रेन-बसों में जगह न मिलने से घंटों तक भटकते रहे यात्री
तीर्थ यात्रियों की भीड़ के आगे सभी इंतजाम धवस्त हो गए। हरिद्वार पहुंचे श्रद्धालु अव्यवस्थाओं के कारण परेशान रहे। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर अधिकतर यात्री अपने गंतव्यों को वापस जाने के लिए परेशान रहे। रोडवेज बस स्टैंड पर कई क्षेत्रों के लिए जाने वाली बसों की किल्लत रही। बस न मिलने के कारण अधिकतर यात्री परेशान दिखे।
करनाल जाने वाले सुरेश का कहना है कि बस में जगह भी नहीं मिल पा रही है। हरिद्वार बस स्टैंड पर बसों की कमी है। पानीपत जाने वाली बुजुर्ग महिला यात्री शांति और सुमन का कहना था कि सुबह 9 बजे से बस की प्रतीक्षा कर रहे हैं। सुबह से पानीपत की दो बस आ चुकी है। यात्रियों की भारी भीड़ के कारण दोनों बसों में जगह नहीं मिल सकी।
यही हालात हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर देखने को मिले। हजारों की तादाद में यात्री अपने परिवार, बच्चों के साथ रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर जमीन पर बैठकर ही ट्रेन का इंतजार करते दिखे।
गर्मी में पैदल चले यात्री:भीषण गर्मी में यात्रियों को पांच किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ा। यात्री वाहन न मिलने की वजह से हरकी पैड़ी स्नान कर पैदल ही वापस लौट गए।
डिपो में मौजूद सभी बसों का संचालन किया जा रहा है। हरिद्वार में भीड़ ओवर क्राउडेड हो गई है।
प्रतीक जैन, सहायक प्रबंधक, उत्तराखंड परिवहन निगम
अमावस्या स्नान पर भी यात्रियों की भारी भीड़ पहुंची है। आरक्षित होने पर ही ट्रेन में यात्री सफर कर रहे हैं। कुछ ट्रेन में जनरल डिब्बे भी संचालित किए जा रहे हैं।
सुधीर सिंह, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक कोचिंग, रेलवे
रात भर लागू रहा डायवर्जन
सोमवती अमावस्या स्नान पर्व पर लागू किया गया डायवर्जन प्लान रविवार सुबह से लेकर सोमवार शाम चार बजे तक जारी रहा। बैरागी कैंप पार्किंग में ही रात से लेकर दिनभर यात्री वाहन पार्क कराए जाते रहे, उनकी वापसी भी लक्सर मार्ग से होती रही। शाम चार बजे के बाद यातायात का दबाव कम होने पर डायवर्जन प्लान को हटाते हुए हरकी पैड़ी से सटी पार्किंगों में यात्री वाहन भेजे जाते रहे, वहीं पार्किंगों से सोमवार सुबह से निकासी तेजी से होती रही।
सोमवती अमावस्या पर श्रद्धालुओं के बड़ी संख्या में पहुंचने की उम्मीद पहले से ही जताई जा रही थी, इसलिए हरिद्वार पुलिस फूंक-फूंक कर कदम रख रही थी। रविवार सुबह से ही नगर इमरती रुड़की से यातायात को डायवर्ट करते हुए वाया लक्सर, फेरूपुर, जगजीतपुर, मातृ सदन आश्रम पुल से होते हुए बैरागी कैंप भेजा जा रहा था। यह व्यवस्था दिल्ली वेस्ट यूपी के रूट से आ रहे वाहनों को लेकर की गई थी।
पंजाब-हरियाणा से आ रहे यात्री वाहनों को भगवानपुर, इमलीखेड़ा, धनौरी, बहादराबाद, सिंहद्वार चौक होते हुए देशरक्षक तिराहा, बुढ़ीमाता तिराहा, श्रीयंत्र मंदिर होते हुए बैरागी कैंप भेजा गया। यह व्यवस्था रविवार सुबह से शुरू होकर सोमवार शाम चार बजे तब तक चलती रही जब तक यातायात का दबाव कम नहीं हो गया। बैरागी कैंप पार्किंग से वाहनों को शंकराचार्य चौक की तरफ से वापस नहीं भेजा गया, उन्हें उसी रास्ते से भेजा गया, जहां से उनकी बैरागी कैंप पार्किंग में एंट्री हुई थी।