आतंक का पर्याय बना दूसरा बाघ हुआ कैद, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस
आतंक का पर्याय बना दूसरा बाघ हुआ कैद, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस
कोटद्वार: रिखणीखाल विकासखंड में आतंक का पर्याय बने दूसरे बाघ को वन कर्मियों की टीम ने पकड़ लिया हैं| जिसके बाद गांव के लोगों ने रहत की सांस ली| बाघ को कॉर्बेट पार्क भेज दिया है।
डीएफओ गढ़वाल स्वप्निल अनिरुद्ध ने बताया कि सोमवार को वन कर्मियों की टीम बाघ को ट्रैंकुलाइज करने के लिए तैनात की गई थी। जिसके बाद देर रात गाड़ियों पुल के पास बाघ को ट्रेंकुलाइज कर लिया गया। अब टीम ने उसे कॉर्बेट पार्क भेज दिया है।
बता दें, वन विभाग ने एक बाघ को 26 अप्रैल को ट्रेंकुलाइज कर लिया था। तब से उसका साथी दूसरा बाघ इस क्षेत्र में लगातार घूम रहा था। जिससे लोगों में दहशत का माहौल था।