दिवाली पर होगी धन की बारिश, यह है लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त और समय
कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या को दीपावली मनाई जाती है। दो साल से कोरोना के कारण दीपावली वृह्द स्तर पर नहीं मनी थी। ऐसे में इस बार पूरे जोश के साथ लोग दीपावली मनाने की तैयारी में हैं लेकिन 25 अक्तूबर को लगने वाले सूर्यग्रहण के कारण तिथियों में फेरबदल हो गया है।
24 अक्तूबर दिन सोमवार को दिवाली का पूजन शाम 6:53 से लेकर रात्रि 8:16 बजे तक रहेगा। विद्वानों के अनुसार, इस बार दिवाली सभी के लिए मंगलकारी और धनधान्य से पूर्ण है।
अमावस्या तिथि : सोमवार को अमावस्या तिथि शाम 5 बजकर 27 मिनट से प्रारंभ होगी, जो कि 25 अक्तूबर को शाम 4 बजकर 18 मिनट पर समाप्त होगी।
नमस्तेरतु महामाये श्रीपीठे सुरपूजिते।
शंखचक्रगदाहस्ते महाल्ष्मिम नमोरस्तु ते।।
(श्रीपीठ पर स्थित और देवताओं से पूजि होने वाली हे महामाये, तुम्हें नमस्कार है। हाथ में शंख, चक्र और गदा धारण करने वाली हे महालक्ष्मी, तुम्हें नमस्कार है।)
लक्ष्मी पूजन मुहूर्त: सोमवार को कार्तिक अमावस्या दीपावली के दिन प्रदोष काल शाम में 5 बजकर 43 मिनट से शुरू होगा। इस समय चर चौघड़िया रहेगा जो शाम 7 बजकर 30 मिनट तक रहेगा। उसके बाद रोग चौघड़िया लग जाएगा। शाम में मेष लग्न 6 बजकर 53 मिनट तक है।